बोर्ड परीक्षा 2025 में नए नियम लागू! ग्रेस मार्क्स और पासिंग क्राइटेरिया में बड़ा बदलाव? Board Exam 2025 New Rules

CBSE Board Exams 2025 के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं, जो छात्रों को बेहतर तरीके से तैयार होने में मदद करेंगे। इन बदलावों में ग्रेस मार्क्स पॉलिसी, पासिंग क्राइटेरिया, और रिजल्ट प्रक्रिया शामिल हैं। इस साल परीक्षा प्रणाली को अधिक पारदर्शी और छात्रों के लिए सहायक बनाने का प्रयास किया गया है।

इस लेख में, हम CBSE बोर्ड परीक्षा 2025 के नए नियमों, पासिंग क्राइटेरिया, ग्रेस मार्क्स की नीति और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा करेंगे ताकि छात्र अपनी तैयारी को सही दिशा में ले जा सकें।

What are the New Rules for CBSE Board Exams 2025?

CBSE ने 2025 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए कुछ नए नियम लागू किए हैं। ये नियम छात्रों की शैक्षणिक योग्यता को सही तरीके से आंकने और परीक्षा प्रणाली को अधिक पारदर्शी बनाने के लिए बनाए गए हैं।

विवरणजानकारी
न्यूनतम पासिंग मार्क्स33% (थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों में)
ग्रेस मार्क्स पॉलिसीकेवल विशेष परिस्थितियों में
ग्रेडिंग सिस्टम9-पॉइंट स्केल (A1 से E)
परीक्षा मोडपेन-पेपर आधारित
कंपार्टमेंट परीक्षातीन प्रयास तक की अनुमति
रिजल्ट घोषणाअप्रैल 2025

CBSE बोर्ड परीक्षा 2025 का पासिंग क्राइटेरिया

न्यूनतम पासिंग मार्क्स

CBSE ने स्पष्ट किया है कि छात्रों को प्रत्येक विषय में कम से कम 33% अंक प्राप्त करने होंगे। यह थ्योरी, प्रैक्टिकल और इंटरनल असेसमेंट पर लागू होता है।

  • थ्योरी परीक्षा: 33% अंकों की आवश्यकता।
  • प्रैक्टिकल परीक्षा: 33% अंकों की आवश्यकता।
  • कुल मिलाकर: सभी विषयों में कुल मिलाकर 33% अंकों की आवश्यकता।

ग्रेडिंग सिस्टम

CBSE ने 9-पॉइंट ग्रेडिंग स्केल अपनाया है:

  • A1: 91-100 अंक
  • A2: 81-90 अंक
  • B1: 71-80 अंक
  • E: फेल ग्रेड

ग्रेस मार्क्स पॉलिसी

ग्रेस मार्क्स केवल उन छात्रों को दिए जाएंगे जो निम्नलिखित परिस्थितियों में आते हैं:

  1. यदि छात्र एक या दो विषयों में कुछ अंकों से फेल हो रहे हों।
  2. यदि प्रश्न पत्र कठिन हो या उसमें त्रुटियां हों।
  3. यदि छात्र का प्रदर्शन सीमा रेखा पर हो और उसे पास करने की आवश्यकता हो।

ग्रेस मार्क्स कब नहीं दिए जाएंगे?

  • यदि छात्र कई विषयों में फेल हो।
  • यदि छात्र ने परीक्षा के दौरान अनुचित साधनों का उपयोग किया हो।

कंपार्टमेंट परीक्षा का नियम

कंपार्टमेंट परीक्षा उन छात्रों के लिए है जो एक या दो विषयों में फेल होते हैं। इसके लिए तीन प्रयास दिए जाते हैं:

  1. पहला प्रयास: जुलाई/अगस्त (उसी वर्ष)
  2. दूसरा प्रयास: मार्च/अप्रैल (अगले वर्ष)
  3. तीसरा प्रयास: जुलाई/अगस्त (अगले वर्ष)

यदि छात्र तीनों प्रयासों में असफल रहता है, तो उसे अगले शैक्षणिक वर्ष में सभी विषयों की परीक्षा फिर से देनी होगी।

CBSE बोर्ड परीक्षा 2025 के अन्य बदलाव

उत्तर पुस्तिका में बदलाव

CBSE ने उत्तर पुस्तिकाओं को अधिक सुरक्षित और पारदर्शी बनाने के लिए कुछ नए नियम लागू किए हैं:

  1. QR कोड: प्रत्येक उत्तर पुस्तिका पर यूनिक QR कोड होगा।
  2. रफ वर्क का स्थान: रफ वर्क केवल उत्तर पुस्तिका के दाईं ओर मार्जिन में किया जा सकता है।
  3. अनुचित साधनों पर सख्ती: अनुचित साधनों का उपयोग करने वाले छात्रों पर कड़ी कार्रवाई होगी।

परीक्षा केंद्र पर नियम

  1. इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे मोबाइल फोन, स्मार्टवॉच आदि प्रतिबंधित हैं।
  2. छात्रों को CBSE द्वारा निर्धारित ड्रेस कोड का पालन करना होगा।

रिजल्ट प्रक्रिया

CBSE बोर्ड परीक्षा 2025 का रिजल्ट अप्रैल 2025 तक घोषित किया जाएगा। रिजल्ट निम्नलिखित आधार पर तैयार किया जाएगा:

  1. थ्योरी और प्रैक्टिकल अंकों का समग्र योग।
  2. इंटरनल असेसमेंट के अंक।
  3. ग्रेस मार्क्स (यदि लागू हो)।

CBSE बोर्ड परीक्षा की तैयारी कैसे करें?

महत्वपूर्ण टिप्स

  1. सिलेबस को समझें: NCERT पाठ्यपुस्तकों और CBSE द्वारा जारी सिलेबस पर ध्यान दें।
  2. पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल करें: इससे पेपर पैटर्न समझने में मदद मिलेगी।
  3. टाइम मैनेजमेंट: प्रत्येक विषय के लिए समय निर्धारित करें।
  4. रिविजन करें: नियमित रूप से पढ़ाई का पुनरावलोकन करें।

मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें

परीक्षा की तैयारी करते समय तनाव से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाएं:

  1. नियमित रूप से व्यायाम करें।
  2. पर्याप्त नींद लें।
  3. ब्रेक लें और अपने पसंदीदा गतिविधियों में समय बिताएं।

निष्कर्ष

CBSE बोर्ड परीक्षा 2025 के नए नियम छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन को सही तरीके से आंकने और परीक्षा प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाने का प्रयास करते हैं। छात्रों को इन नियमों का पालन करते हुए अपनी तैयारी करनी चाहिए ताकि वे अच्छे अंक प्राप्त कर सकें।

Disclaimer (अस्वीकरण)

यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी निर्णय लेने से पहले CBSE द्वारा जारी आधिकारिक दिशा-निर्देशों की पुष्टि करें। बोर्ड द्वारा घोषित नियम वास्तविक हैं और छात्रों को इन्हें गंभीरता से लेना चाहिए।

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