आज के समय में सोना और चांदी दोनों ही भारतीय परिवारों के लिए न सिर्फ आभूषण के रूप में, बल्कि एक मजबूत निवेश विकल्प के रूप में भी बेहद अहम हैं। हर दिन गोल्ड रेट (Gold Rate Today) में उतार-चढ़ाव से आम आदमी से लेकर निवेशक तक सभी की नजरें सोने की कीमतों पर रहती हैं।
खासकर जब अचानक सोने के दाम गिरते हैं या बढ़ते हैं, तो यह खबर बन जाती है। आज के इस लेख में हम जानेंगे कि आज सोने का रेट (Gold Silver Price Today) क्या है, किस वजह से सोने-चांदी के दाम में बदलाव आया, देश के अलग-अलग शहरों में सोने का भाव कितना है, और आने वाले समय में निवेशकों के लिए क्या संकेत हैं।
साथ ही, हम आपको बताएंगे कि सोने-चांदी के रेट किन वजहों से बदलते हैं, और निवेश के नजरिए से यह समय कैसा है।अगर आप भी सोने-चांदी में निवेश करने की सोच रहे हैं या फिर अपने पुराने गहनों की कीमत जानना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए पूरी तरह से जानकारीपूर्ण रहेगा। आइए विस्तार से जानते हैं आज के गोल्ड-सिल्वर रेट और इससे जुड़ी हर अहम जानकारी।
Gold Rate Today Overview
कैटेगरी | आज का रेट (प्रति 10 ग्राम/किलो) |
24 कैरेट सोना | ₹97,680 |
22 कैरेट सोना | ₹89,550 |
18 कैरेट सोना | ₹73,270 |
चांदी (प्रति किलो) | ₹1,00,000 |
गिरावट (सोना) | ₹420 प्रति 10 ग्राम |
गिरावट (चांदी) | ₹100 प्रति किलो |
प्रमुख शहरों में रेट | दिल्ली – ₹97,970 (24K), मुंबई – ₹97,970 (24K) |
सोने-चांदी के रेट में गिरावट क्यों आई?
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में बदलाव: सोने की कीमतें ग्लोबल मार्केट में डॉलर के मुकाबले बदलती हैं। अगर डॉलर मजबूत होता है, तो सोने के दाम गिर सकते हैं।
- डिमांड और सप्लाई: त्योहारों या शादियों के मौसम में डिमांड बढ़ती है, जिससे दाम बढ़ते हैं। डिमांड कम होने पर दाम गिरते हैं।
- जियो-पॉलिटिकल टेंशन: दुनिया में कहीं भी तनाव (जैसे युद्ध या आर्थिक संकट) बढ़ता है, तो सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं। जब स्थिति सामान्य होती है, तो दाम गिर सकते हैं।
- सरकारी नीतियां और टैक्स: सरकार द्वारा इंपोर्ट ड्यूटी या अन्य टैक्स में बदलाव भी रेट को प्रभावित करता है।
- ब्याज दरें: जब बैंकों की ब्याज दरें कम होती हैं, तो लोग सोना खरीदना पसंद करते हैं, जिससे दाम बढ़ते हैं।
- सेंटरल बैंक की खरीदारी: अगर देश के केंद्रीय बैंक ज्यादा सोना खरीदते हैं, तो कीमतों में उछाल आता है।
देश के प्रमुख शहरों में आज का सोना-चांदी का भाव
शहर | 22 कैरेट सोना (₹/10 ग्राम) | 24 कैरेट सोना (₹/10 ग्राम) | चांदी (₹/किलो) |
दिल्ली | 89,950 | 97,970 | 1,00,000 |
मुंबई | 89,800 | 97,970 | 1,00,000 |
कोलकाता | 89,900 | 97,900 | 1,00,000 |
चेन्नई | 89,700 | 97,800 | 1,00,000 |
इंदौर | 89,550 | 97,680 | 1,00,000 |
पटना | 91,150 | 95,710 | 1,00,500 |
देवघर | 91,150 | 95,710 | 1,00,500 |
पिछले 10 दिनों में सोने की कीमत में बदलाव
तारीख | 22 कैरेट (₹/10 ग्राम) | 24 कैरेट (₹/10 ग्राम) |
29 अप्रैल | 95,832 | 104,023 |
28 अप्रैल | 94,507 | 102,584 |
27 अप्रैल | 94,999 | 103,118 |
26 अप्रैल | 94,867 | 102,974 |
25 अप्रैल | 95,837 | 104,028 |
24 अप्रैल | 94,842 | 102,947 |
23 अप्रैल | 95,475 | 103,634 |
22 अप्रैल | 98,360 | 106,767 |
21 अप्रैल | 95,743 | 103,925 |
सोने-चांदी में निवेश के फायदे
- सुरक्षित निवेश: सोना-चांदी को सबसे सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है।
- इन्फ्लेशन से सुरक्षा: महंगाई बढ़ने पर सोने की कीमत भी बढ़ती है, जिससे आपका पैसा सुरक्षित रहता है।
- लिक्विडिटी: जरूरत पड़ने पर सोना-चांदी को आसानी से कैश में बदला जा सकता है।
- लंबी अवधि में रिटर्न: पिछले 5 सालों में सोने ने 110% तक का रिटर्न दिया है।
- गहनों के रूप में इस्तेमाल: भारतीय परिवारों में सोना-चांदी गहनों के रूप में भी खरीदा जाता है।
सोने-चांदी के दाम बढ़ने के 10 प्रमुख कारण
- ग्लोबल इकॉनमी की सुस्ती
- महंगाई में बढ़ोतरी
- डॉलर का कमजोर होना
- सेंट्रल बैंकों की खरीदारी
- शेयर बाजार में गिरावट
- ब्याज दरों में कमी
- आम लोगों की खरीदारी में तेजी
- जियो-पॉलिटिकल टेंशन
- त्योहारों और शादियों का सीजन
- निवेश के लिए सोना-चांदी की डिमांड
सोने की कीमत कैसे तय होती है?
- अंतरराष्ट्रीय बाजार की कीमतें: भारत में सोने की कीमतें इंटरनेशनल मार्केट से जुड़ी होती हैं।
- रुपया-डॉलर एक्सचेंज रेट: अगर रुपया कमजोर होता है, तो सोना महंगा हो जाता है।
- इंपोर्ट ड्यूटी: सरकार द्वारा लगाई गई ड्यूटी और टैक्स भी कीमतों को प्रभावित करते हैं।
- स्थानीय डिमांड: त्योहार या शादी के सीजन में डिमांड बढ़ने से दाम बढ़ सकते हैं।
- वैश्विक राजनीतिक स्थिति: युद्ध, संकट या आर्थिक मंदी की स्थिति में सोना महंगा हो जाता है।
सोने-चांदी में निवेश के तरीके
- फिजिकल गोल्ड (गहने, सिक्के, बार)
- गोल्ड ETF (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड)
- गोल्ड म्यूचुअल फंड
- सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड
- डिजिटल गोल्ड
निवेश के समय ध्यान रखने योग्य बातें
- सोना-चांदी खरीदते समय हमेशा BIS हॉलमार्क देखें।
- बिल जरूर लें।
- निवेश के लिए गोल्ड ETF या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड भी बेहतर विकल्प हैं।
- गहनों में मेकिंग चार्ज ज्यादा होता है, निवेश के लिए सिक्के या बार खरीदें।
- बाजार की चाल और एक्सपर्ट की राय जरूर देखें।
निष्कर्ष
आज, 29 अप्रैल 2025 को सोने और चांदी के दाम में गिरावट आई है, जिससे आम निवेशकों और खरीददारों को थोड़ी राहत मिली है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में सोने-चांदी के दाम फिर से बढ़ सकते हैं, खासकर अगर वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता बनी रहती है। निवेश के लिहाज से सोना-चांदी हमेशा से सुरक्षित विकल्प रहे हैं और लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न देते हैं।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से तैयार किया गया है। सोने-चांदी के रेट में रोजाना उतार-चढ़ाव आते रहते हैं और बाजार की स्थिति, अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम, सरकारी नीतियों और अन्य आर्थिक कारकों पर निर्भर करते हैं।
निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें। आज सोने-चांदी के दाम में गिरावट आई है, लेकिन यह पूरी तरह से बाजार की स्वाभाविक प्रक्रिया है और इसमें कोई फर्जीवाड़ा या अफवाह नहीं है।