सोना भारतीय समाज में न सिर्फ एक कीमती धातु है, बल्कि यह परंपरा, निवेश और सुरक्षा का भी प्रतीक माना जाता है। हर साल अक्षय तृतीया जैसे त्योहारों के आसपास सोने की खरीदारी में जबरदस्त उछाल देखा जाता है। ऐसे में जब सोने के दाम अचानक गिरते हैं, तो यह खबर आम लोगों के लिए चौंकाने वाली होती है।
पिछले कुछ हफ्तों में सोने की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। खासकर 29 अप्रैल 2025 को सोने के दामों में आई गिरावट ने बाजार में हलचल मचा दी है। कई लोग हैरान हैं कि आखिर सोने के दाम इतनी तेजी से क्यों गिरे और अब आगे क्या रुख रहेगा।
इस लेख में हम जानेंगे कि 29 अप्रैल को सोने के भाव में कितनी गिरावट आई, इसके पीछे की वजहें क्या हैं, अलग-अलग कैरेट के हिसाब से रेट क्या चल रहे हैं, और आम निवेशकों के लिए यह गिरावट क्या मायने रखती है।
सोने की कीमतों में गिरावट: क्या है पूरा मामला?
29 अप्रैल 2025 को भारतीय सर्राफा बाजार में सोने के दाम में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। पिछले कुछ दिनों से लगातार गिरते भाव ने निवेशकों और ग्राहकों दोनों को चौंका दिया है।
- 24 कैरेट सोने का रेट 97,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के करीब आ गया है, जो बीते हफ्ते से लगभग 1000 रुपए कम है।
- 22 कैरेट सोना 89,400-89,550 रुपए प्रति 10 ग्राम के बीच बिक रहा है।
- चांदी की कीमत भी 1 लाख रुपए प्रति किलो के आसपास पहुंच गई है।
यह गिरावट अक्षय तृतीया जैसे बड़े त्योहार से ठीक पहले आई है, जब आम तौर पर सोने की खरीदारी चरम पर होती है। इसी वजह से यह खबर और भी ज्यादा चर्चा में है।
सोना गिरा क्यों? जानें मुख्य कारण
सोने की कीमतों में गिरावट के पीछे कई वजहें हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में कमजोरी: ग्लोबल मार्केट में सोने के दाम में गिरावट आई है, जिससे भारतीय बाजार पर भी असर पड़ा।
- डॉलर की मजबूती: अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने से सोने की कीमतों पर दबाव बना है।
- अक्षय तृतीया से पहले बिकवाली: त्योहार से पहले निवेशकों ने मुनाफा वसूली शुरू कर दी, जिससे कीमतें और गिरीं।
- मांग में कमी: लगातार बढ़ती कीमतों के कारण आम ग्राहकों की खरीदारी में थोड़ी सुस्ती आई है।
- सरकारी नीतियों और टैक्स: सरकार की नीतियों व इंपोर्ट ड्यूटी में बदलाव का भी असर देखने को मिला है।
आज का सोना-चांदी का रेट (29 अप्रैल 2025)
नीचे टेबल में 29 अप्रैल 2025 के ताजा रेट दिए गए हैं (रेट्स शहर और शुद्धता के अनुसार बदल सकते हैं):
कैटेगरी/शहर | 24 कैरेट (10 ग्राम) | 22 कैरेट (10 ग्राम) | 18 कैरेट (10 ग्राम) | चांदी (1 किलो) |
दिल्ली/मुंबई | ₹97,680 | ₹89,550 | ₹73,270 | ₹1,00,000 |
आगरा | ₹1,00,797 | ₹92,861 | ₹75,978 | – |
राष्ट्रीय औसत | ₹95,108 | ₹89,400 | ₹73,150 | ₹96,426 |
इंदौर | ₹97,000 | ₹89,550 | – | ₹1,00,000 |
चेन्नई/कोलकाता | ₹97,500 | ₹89,400 | – | – |
14 कैरेट | – | – | ₹59,090 | – |
पिछले सप्ताह | ₹98,000+ | ₹90,000+ | ₹73,800+ | ₹1,01,000+ |
नोट: अलग-अलग शहरों और ज्वैलर्स के अनुसार रेट्स में थोड़ा बहुत फर्क हो सकता है।
सोने की कीमतों में गिरावट के फायदे और नुकसान
फायदे:
- जो लोग अक्षय तृतीया या शादी-ब्याह के लिए सोना खरीदना चाहते हैं, उनके लिए यह अच्छा मौका है।
- निवेशकों को कम दाम पर सोना खरीदने का अवसर मिल रहा है।
- ज्वैलर्स को भी बिक्री बढ़ने की उम्मीद है।
नुकसान:
- जो लोग पहले ऊंचे दाम पर सोना खरीद चुके हैं, उन्हें नुकसान हो सकता है।
- निवेश के लिहाज से जिनका पैसा पहले से लगा है, उनके रिटर्न पर असर पड़ सकता है।
सोना खरीदने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें
- शुद्धता जांचें: हमेशा BIS हॉलमार्क वाला सोना ही खरीदें।
- रेट की तुलना करें: अलग-अलग ज्वैलर्स के रेट जरूर चेक करें।
- मेकिंग चार्ज: सोना खरीदते वक्त मेकिंग चार्ज भी ध्यान में रखें।
- इनवॉइस लें: खरीदारी पर पक्की रसीद जरूर लें।
सोने की कीमतों में गिरावट का बाजार पर असर
सोने के दाम गिरने से बाजार में खरीदारी बढ़ सकती है। खासकर अक्षय तृतीया जैसे त्योहार पर लोग इस मौके का फायदा उठाना चाहेंगे। ज्वैलर्स को उम्मीद है कि गिरावट के चलते बिक्री में उछाल आएगा। हालांकि, अगर गिरावट लंबी चली तो निवेशकों में चिंता भी बढ़ सकती है।
अलग-अलग कैरेट के सोने के रेट (29 अप्रैल 2025)
कैरेट | प्रति 10 ग्राम कीमत (₹) |
24 कैरेट | 97,000 – 1,00,797 |
22 कैरेट | 89,400 – 92,861 |
18 कैरेट | 73,150 – 75,978 |
14 कैरेट | 59,090 |
सोने-चांदी के दामों में गिरावट के पीछे की वैश्विक वजहें
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में गिरावट: अमेरिका-चीन ट्रेड टेंशन में राहत, जिससे सोने की सेफ हेवन डिमांड घटी।
- डॉलर मजबूत: डॉलर इंडेक्स में तेजी, जिससे गोल्ड की कीमत दबाव में आई।
- मुनाफावसूली: बीते हफ्ते रिकॉर्ड हाई के बाद निवेशकों ने मुनाफा निकाला।
- कमजोर निवेश सेंटिमेंट: ग्लोबल मार्केट में सोना कमजोर होने से भारतीय बाजार पर भी असर पड़ा।
सोना क्यों गिरा? (संक्षिप्त कारण)
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में गिरावट
- डॉलर की मजबूती
- निवेशकों की मुनाफावसूली
- घरेलू मांग में कमी
- सरकारी नीतियों का असर
निवेशकों के लिए सलाह
अगर आप सोना खरीदने का सोच रहे हैं तो यह समय आपके लिए अच्छा हो सकता है, खासकर अक्षय तृतीया जैसे शुभ मौके पर। लेकिन, खरीदारी से पहले रेट्स की तुलना जरूर करें और शुद्धता की जांच करें। लॉन्ग टर्म निवेश के लिए सोना हमेशा सुरक्षित विकल्प माना जाता है, लेकिन शॉर्ट टर्म में उतार-चढ़ाव से बचना चाहिए।
सोने की कीमतों में गिरावट: भविष्य की संभावना
- बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि गिरावट के बाद कीमतें स्थिर हो सकती हैं।
- त्योहार के बाद, अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी आती है तो सोने के रेट फिर ऊपर जा सकते हैं।
- निवेशकों को सलाह है कि वे जल्दबाजी में भारी निवेश न करें, बाजार की चाल को समझें।
सोने-चांदी के रेट्स की तुलना (29 अप्रैल 2025)
धातु | आज का रेट (प्रति 10 ग्राम/किलो) | पिछला रेट (प्रति 10 ग्राम/किलो) | गिरावट (₹) |
24K सोना | ₹97,000 – ₹1,00,797 | ₹98,000 – ₹1,01,202 | ₹1,000+ |
22K सोना | ₹89,400 – ₹92,861 | ₹90,000 – ₹93,000 | ₹600-1,000 |
18K सोना | ₹73,150 – ₹75,978 | ₹73,800 – ₹76,000 | ₹500-800 |
चांदी | ₹96,426 – ₹1,00,000 (1kg) | ₹97,684 – ₹1,01,000 (1kg) | ₹1,000+ |
सोने की कीमतों में गिरावट: आम लोगों की प्रतिक्रिया
- कई ग्राहकों ने कहा कि वे लंबे समय से सोना खरीदने का इंतजार कर रहे थे, अब मौका अच्छा है।
- ज्वैलर्स का कहना है कि गिरावट से बिक्री में उछाल आ सकता है।
- निवेशक वर्ग थोड़ा सतर्क है, वे बाजार की चाल पर नजर रख रहे हैं।
सोना खरीदने के फायदे
- लॉन्ग टर्म में सोना हमेशा अच्छा रिटर्न देता है।
- त्योहारों और शादी-ब्याह में सोने की खरीदारी शुभ मानी जाती है।
- गिरावट के समय खरीदारी करने से भविष्य में फायदा हो सकता है।
सोना खरीदते समय किन बातों का रखें ध्यान
- BIS हॉलमार्क जरूर देखें।
- बिल जरूर लें।
- मेकिंग चार्ज और GST की जानकारी रखें।
- अलग-अलग दुकानों के रेट्स की तुलना करें।
निष्कर्ष
29 अप्रैल 2025 को सोने के दामों में आई गिरावट ने बाजार में हलचल मचा दी है। अक्षय तृतीया जैसे शुभ मौके से ठीक पहले यह गिरावट आम ग्राहकों और निवेशकों दोनों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। हालांकि, सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव आम बात है, इसलिए खरीदारी करते समय सतर्कता बरतना जरूरी है।
अंतिम सलाह: अगर आप सोना खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो मौजूदा गिरावट का फायदा उठा सकते हैं, लेकिन खरीदारी से पहले शुद्धता, रेट और अन्य शर्तों की अच्छे से जांच जरूर करें। लॉन्ग टर्म निवेश के लिए सोना हमेशा एक बेहतर विकल्प माना जाता है।
Disclaimer
यह लेख 29 अप्रैल 2025 को सोने की कीमतों में आई गिरावट के आधार पर तैयार किया गया है। सोने-चांदी के रेट्स बाजार की चाल, अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम और सरकारी नीतियों के अनुसार बदल सकते हैं। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें। यहां दी गई जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है, इसे निवेश की सलाह न मानें।