Excise Policy 2025: हरियाणा में शराब के दाम बढ़े, अब ज्यादा चुकानी होगी कीमत

हरियाणा में शराब पीने वालों के लिए साल 2025 की नई आबकारी नीति एक बड़ा झटका लेकर आई है। सरकार ने नई एक्साइज पॉलिसी लागू कर दी है, जिसके बाद देसी शराब, अंग्रेजी शराब और बीयर के रेट में भारी बढ़ोतरी हो गई है। अब जो बोतल पहले 110 रुपये में मिलती थी, उसके लिए 150 रुपये तक चुकाने होंगे। इसी तरह देसी शराब और अंग्रेजी शराब के रेट भी बढ़ गए हैं।

नई पॉलिसी के तहत सरकार ने न सिर्फ शराब के दाम बढ़ाए हैं, बल्कि ठेकों के नियम, लाइसेंस फीस, और शराब की बिक्री के नियमों में भी कई बदलाव किए हैं। यह पॉलिसी 12 जून 2025 से लागू होगी और 31 मार्च 2027 तक प्रभावी रहेगी। सरकार ने इस नीति के जरिए राजस्व लक्ष्य भी बढ़ाया है, जिससे राज्य को ज्यादा आमदनी हो सके।

इस लेख में हम आपको हरियाणा की नई शराब नीति, बढ़े हुए दाम, ठेकों के नए नियम, लाइसेंस फीस, और अन्य जरूरी बदलावों की पूरी जानकारी देंगे।

New Excise Policy 2025

हरियाणा सरकार ने नई आबकारी नीति लागू कर दी है, जिससे शराब के शौकीनों को जेब पर भारी असर पड़ेगा। देसी, अंग्रेजी और बीयर की कीमतों में 10 से 44% तक की बढ़ोतरी की गई है। सरकार ने यह कदम अपने राजस्व लक्ष्य को बढ़ाने और शराब की बिक्री को नियंत्रित करने के लिए उठाया है।

शराब के बढ़े दाम

शराब का प्रकारपुराना रेट (रु.)नया रेट (रु.)बढ़ोतरी (%)
बीयर (650ml)9013044%
बीयर (सामान्य)11015036%
स्ट्रॉन्ग बीयर13016023.1%
देसी शराब1751908.5%
अंग्रेजी शराब (प्रीमियम)185019002.7-5%
अंग्रेजी शराब (सुपर प्री.)310031501.6%
डीलक्स-17257706.2-14%
डीलक्स-35005408-20%

नोट: ये रेट्स 12 जून 2025 से लागू होंगे और 1 अप्रैल 2026 को इनकी समीक्षा की जाएगी।

नई एक्साइज पॉलिसी के मुख्य बदलाव

  • बीयर के दामों में सबसे ज्यादा इजाफा: बीयर की बोतल के रेट में 44% तक बढ़ोतरी हुई है। 110 रुपये वाली बोतल अब 150 रुपये में मिलेगी।
  • देसी शराब महंगी: देसी शराब की बोतल 175 से बढ़कर 190 रुपये हो गई है।
  • अंग्रेजी शराब के रेट: प्रीमियम और डीलक्स कैटेगरी में 1.6% से 20% तक की बढ़ोतरी की गई है।
  • राजस्व लक्ष्य: सरकार ने 2025-26 के लिए 14,064 करोड़ रुपये का राजस्व लक्ष्य रखा है, जो पिछले साल से करीब 10.67% ज्यादा है।
  • नई दुकानों के नियम: 500 से कम आबादी वाले गांव में अब कोई ठेका नहीं खुलेगा। इससे 700 से ज्यादा गांवों में 152 ठेके बंद हो जाएंगे।
  • हाईवे पर शराब की दुकानें नहीं: नेशनल और स्टेट हाईवे पर शराब की दुकानें अब नहीं खुलेंगी। हाईवे से कम से कम 500 मीटर की दूरी पर ठेके होंगे।
  • लाइसेंस फीस में बदलाव: आबादी के हिसाब से लाइसेंस फीस तय की गई है – 3 लाख से 9 लाख रुपये तक।
  • ठेके खोलने के समय और जगह: बस स्टैंड, स्कूल, कॉलेज, धार्मिक स्थानों से ठेकों की दूरी अब 150 मीटर हो गई है।

हरियाणा में शराब के रेट क्यों बढ़े?

  • सरकार ने अपने राजस्व लक्ष्य को बढ़ाया है, जिससे राज्य को ज्यादा आमदनी हो सके।
  • शराब की बिक्री को नियंत्रित करने के लिए दाम बढ़ाए गए हैं।
  • नई नीति के तहत ठेकों की संख्या और जगहों पर भी बदलाव किए गए हैं, जिससे अवैध बिक्री पर रोक लग सके।

नई पॉलिसी के अन्य अहम पॉइंट्स

  • गुरुकुल वाले गांवों में नहीं खुलेगा ठेका: जिन गांवों में गुरुकुल संचालित हैं, वहां शराब की दुकानें नहीं खोली जाएंगी।
  • ठेकेदारों के लिए कड़े नियम: ठेकों के बाहर ‘शराब पीना सेहत के लिए खतरनाक है’ और ‘शराब पीकर ड्राइव न करें’ जैसे बोर्ड लगाना अनिवार्य है। उल्लंघन पर भारी जुर्माना और लाइसेंस रद्द हो सकता है।
  • बार और होटल संचालकों को राहत: अब होटल संचालक आसपास के तीन ठेकों में से किसी से भी शराब खरीद सकते हैं, जिससे उन्हें रेट में राहत मिलेगी।
  • लाइसेंस फीस का नया स्ट्रक्चर: आबादी के हिसाब से लाइसेंस फीस 3 लाख से 9 लाख तक तय की गई है।

नई शराब नीति का असर

  • शराब पीने वालों पर असर: अब देसी, अंग्रेजी और बीयर सभी महंगी हो गई हैं, जिससे आम आदमी की जेब पर असर पड़ेगा।
  • सरकार को फायदा: बढ़ी हुई कीमतों से सरकार को ज्यादा राजस्व मिलेगा।
  • गांवों में ठेके बंद: 500 से कम आबादी वाले गांवों में ठेके बंद होने से शराब की उपलब्धता कम होगी।
  • हाईवे पर सड़क सुरक्षा: हाईवे पर ठेके न होने से सड़क हादसों में कमी आ सकती है।

नई शराब नीति से जुड़े सवाल-जवाब

  • प्रश्न: नई शराब नीति कब से लागू होगी?
    • उत्तर: 12 जून 2025 से लागू होगी और 31 मार्च 2027 तक चलेगी।
  • प्रश्न: बीयर और देसी शराब के दाम कितने बढ़े?
    • उत्तर: बीयर में 44% तक, देसी शराब में 8.5% तक बढ़ोतरी हुई है।
  • प्रश्न: क्या सभी गांवों में ठेके बंद होंगे?
    • उत्तर: सिर्फ 500 से कम आबादी वाले गांवों में ठेके बंद होंगे।
  • प्रश्न: हाईवे पर ठेके क्यों बंद किए गए?
    • उत्तर: सड़क सुरक्षा और नियमों के पालन के लिए।

नई शराब नीति – फायदे और नुकसान

फायदे:

  • सरकार को ज्यादा राजस्व मिलेगा।
  • शराब की बिक्री पर नियंत्रण रहेगा।
  • सड़क सुरक्षा बढ़ेगी।

नुकसान:

  • आम जनता पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा।
  • गांवों में अवैध शराब की बिक्री बढ़ सकती है।
  • शराब पीने वालों की जेब पर असर पड़ेगा।

निष्कर्ष:

हरियाणा की नई आबकारी नीति 2025 से शराब के शौकीनों को झटका लगा है। देसी, अंग्रेजी और बीयर सभी के दाम बढ़ गए हैं। सरकार ने इस नीति के जरिए राजस्व बढ़ाने के साथ-साथ शराब की बिक्री को नियंत्रित करने के लिए कई सख्त नियम भी बनाए हैं। हाईवे और छोटे गांवों में ठेके बंद होने से सड़क सुरक्षा और ग्रामीण क्षेत्रों में शराब की उपलब्धता पर असर पड़ेगा।

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Disclaimer: यह जानकारी हरियाणा सरकार द्वारा घोषित नई आबकारी नीति और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। यह खबर पूरी तरह से सच्ची और वास्तविक है – हरियाणा में शराब के दाम वाकई बढ़ गए हैं और नई पॉलिसी 12 जून 2025 से लागू होगी। शराब पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, कृपया जिम्मेदारी से व्यवहार करें।

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