भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 21 मई 2025 से जनरल टिकट बुकिंग के नियमों में बड़ा बदलाव करने का फैसला लिया है। यह बदलाव खासतौर पर उन यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण है, जो रोजाना ट्रेन से यात्रा करते हैं या बिना आरक्षण के जनरल टिकट पर सफर करते हैं।
पिछले कुछ समय से रेलवे स्टेशनों पर भीड़-भाड़ और अव्यवस्था की शिकायतें लगातार बढ़ रही थीं। इसके चलते रेलवे प्रशासन ने जनरल टिकट बुकिंग सिस्टम को और अधिक सख्त और पारदर्शी बनाने के लिए यह कदम उठाया है।
अब तक जनरल टिकट लेने वाले यात्री किसी भी ट्रेन में सफर कर सकते थे, लेकिन नए नियम लागू होने के बाद यात्रियों को टिकट बुक करते समय ट्रेन का नाम और नंबर चुनना जरूरी होगा। इसके अलावा, टिकट की वैधता भी सीमित समय के लिए ही रहेगी।
इससे न सिर्फ भीड़ पर नियंत्रण होगा, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा और यात्रा अनुभव भी बेहतर होगा। आइए, जानते हैं कि रेलवे के इस नए फैसले में क्या-क्या बदलाव किए गए हैं और इसका आम यात्रियों पर क्या असर पड़ेगा।
Indian Railways New General Ticket Booking System 2025
विशेषता (Feature) | जानकारी (Details) |
नियम लागू होने की तिथि | 21 मई 2025 |
बुकिंग प्लेटफॉर्म | रेलवे स्टेशन काउंटर, UTS मोबाइल ऐप |
ट्रेन का नाम/नंबर जरूरी | हां, अब ट्रेन चयन अनिवार्य |
टिकट की वैधता | सिर्फ 3 घंटे (journey start within 3 hours) |
अन्य ट्रेन में यात्रा | अब अनुमति नहीं, सिर्फ चुनी गई ट्रेन में सफर |
पुराने नियम | किसी भी ट्रेन में सफर की छूट, वैधता 3-24 घंटे तक |
उद्देश्य | भीड़ नियंत्रण, सुरक्षा, पारदर्शिता |
मुख्य लक्षित यात्री वर्ग | जनरल टिकट (Unreserved) यात्री |
रेलवे जनरल टिकट बुकिंग सिस्टम में क्या-क्या बदलाव हुए?
रेलवे ने जनरल टिकट बुकिंग सिस्टम में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जिनका सीधा असर यात्रियों की यात्रा पर पड़ेगा। नीचे दिए गए बिंदुओं से आप नए नियमों को आसानी से समझ सकते हैं:
- अब ट्रेन का नाम और नंबर चुनना जरूरी: जनरल टिकट बुक करते समय यात्री को जिस ट्रेन में यात्रा करनी है, उसी का नाम और नंबर चुनना होगा।
- टिकट की वैधता सिर्फ 3 घंटे: बुकिंग के बाद केवल 3 घंटे के भीतर यात्रा शुरू करनी होगी। समय सीमा बीतने के बाद टिकट अमान्य हो जाएगा।
- दूसरी ट्रेन में यात्रा नहीं: अब एक जनरल टिकट पर दूसरी ट्रेन में यात्रा की अनुमति नहीं होगी।
- भीड़ और अव्यवस्था पर नियंत्रण: इन बदलावों का मुख्य उद्देश्य रेलवे स्टेशनों पर भीड़ कम करना और यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का अनुभव देना है।
- UTS Mobile App और काउंटर दोनों पर लागू: ये नियम रेलवे के सभी बुकिंग प्लेटफॉर्म पर लागू होंगे।
जनरल टिकट बुकिंग के नए नियम (General Ticket Booking New Rules)
1. ट्रेन चयन अनिवार्य
अब यात्रियों को जनरल टिकट बुकिंग के समय ट्रेन का नाम और नंबर चुनना जरूरी होगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि यात्री केवल उसी ट्रेन में सफर करें, जिसके लिए टिकट बुक किया गया है।
2. टिकट वैधता में कटौती
पहले जनरल टिकट की वैधता यात्रा की दूरी और जोन के अनुसार 3 घंटे से 24 घंटे तक होती थी। अब यह अवधि घटाकर सिर्फ 3 घंटे कर दी गई है। यानी टिकट बुक करने के 3 घंटे के अंदर यात्रा शुरू करनी होगी, वरना टिकट अमान्य हो जाएगा।
3. दूसरी ट्रेन में सफर की अनुमति नहीं
नए नियम के तहत, एक बार टिकट बुक हो जाने के बाद यात्री उसी ट्रेन में यात्रा कर सकते हैं। अगर यात्री किसी और ट्रेन में सफर करते हैं, तो उनका टिकट मान्य नहीं रहेगा और उन्हें जुर्माना देना पड़ सकता है।
4. टिकट बुकिंग के प्लेटफॉर्म
- रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर
- UTS मोबाइल ऐप
दोनों जगहों पर ये नियम लागू होंगे। यानी चाहे आप काउंटर से टिकट लें या मोबाइल ऐप से, आपको ट्रेन का चयन करना ही होगा।
5. भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा
रेलवे का कहना है कि इन बदलावों से स्टेशनों पर अनावश्यक भीड़ कम होगी और यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलेगा। साथ ही, टिकट चेकिंग स्टाफ के लिए भी यात्रियों की पहचान और टिकट की वैधता जांचना आसान हो जाएगा।
जनरल टिकट बुकिंग सिस्टम में बदलाव क्यों जरूरी था?
पिछले कुछ समय में रेलवे स्टेशनों पर भीड़-भाड़ और अव्यवस्था की घटनाएं बढ़ गई थीं। कई बार जनरल टिकट लेकर यात्री किसी भी ट्रेन में चढ़ जाते थे, जिससे ट्रेन में क्षमता से ज्यादा यात्री हो जाते थे। इससे न सिर्फ यात्रियों की सुरक्षा पर खतरा था, बल्कि रेलवे के लिए भी व्यवस्था बनाए रखना मुश्किल हो जाता था।
इन घटनाओं को देखते हुए रेलवे ने जनरल टिकट बुकिंग सिस्टम को और सख्त बनाने का फैसला किया। अब ट्रेन चयन और टिकट वैधता की समय सीमा तय होने से यात्रियों की संख्या पर नियंत्रण रहेगा और अव्यवस्था की संभावना कम होगी।
नए नियमों का यात्रियों पर असर
- यात्रा की प्लानिंग जरूरी: अब यात्रियों को पहले से तय करना होगा कि किस ट्रेन से यात्रा करनी है।
- जल्दी टिकट बुकिंग: चूंकि टिकट की वैधता सिर्फ 3 घंटे है, इसलिए यात्रियों को यात्रा से ठीक पहले टिकट बुक करना होगा।
- दूसरी ट्रेन में सफर नहीं: अगर आपकी ट्रेन छूट गई, तो उसी टिकट पर दूसरी ट्रेन में सफर नहीं कर सकते।
- जुर्माने का खतरा: नियम तोड़ने पर जुर्माना देना पड़ सकता है।
रेलवे के अन्य नए नियम (Other Indian Railways New Rules 2025)
रेलवे ने सिर्फ जनरल टिकट ही नहीं, बल्कि रिजर्वेशन, वेटिंग टिकट, Tatkal टिकट और ऑनलाइन बुकिंग के नियम भी बदले हैं। जानिए कुछ मुख्य बदलाव:
- वेटिंग टिकट पर सफर की अनुमति सिर्फ जनरल कोच में: अब वेटिंग टिकट वाले यात्री Sleeper या AC कोच में सफर नहीं कर सकते। उन्हें सिर्फ जनरल कोच में ही यात्रा करनी होगी।
- एडवांस बुकिंग विंडो घटाई गई: पहले 120 दिन पहले टिकट बुक हो सकती थी, अब सिर्फ 60 दिन पहले ही बुकिंग होगी।
- ऑनलाइन बुकिंग के लिए OTP अनिवार्य: IRCTC वेबसाइट या ऐप से टिकट बुकिंग पर मोबाइल OTP वेरिफिकेशन जरूरी कर दिया गया है।
- Tatkal टिकट बुकिंग के लिए आधार जरूरी: Tatkal टिकट बुक करते समय आधार वेरिफिकेशन अनिवार्य है।
- टिकट रेट्स में बदलाव: रिजर्वेशन, सुपरफास्ट और Tatkal टिकट के चार्ज में भी बदलाव किया गया है।
रेलवे के नए नियमों की मुख्य बातें (Key Highlights)
- जनरल टिकट बुकिंग में ट्रेन का नाम/नंबर चुनना जरूरी
- टिकट की वैधता सिर्फ 3 घंटे
- दूसरी ट्रेन में सफर की अनुमति नहीं
- वेटिंग टिकट पर सिर्फ जनरल कोच में यात्रा
- एडवांस बुकिंग विंडो 60 दिन
- ऑनलाइन बुकिंग पर OTP वेरिफिकेशन
- Tatkal बुकिंग के लिए आधार जरूरी
यात्रियों के लिए जरूरी सुझाव (Important Tips for Passengers)
- यात्रा से पहले ट्रेन का टाइम टेबल जरूर देखें।
- टिकट बुक करते समय ट्रेन का सही नाम और नंबर चुनें।
- टिकट बुक करने के बाद 3 घंटे के भीतर यात्रा शुरू करें।
- अगर ट्रेन छूट जाए तो नया टिकट बुक करें, पुराने टिकट पर सफर न करें।
- रेलवे के नए नियमों की जानकारी रखें, ताकि किसी भी परेशानी से बच सकें।
रेलवे जनरल टिकट बुकिंग के पुराने और नए नियमों की तुलना (Old vs New Rules Table)
पॉइंट (Point) | पुराने नियम (Old Rules) | नए नियम (New Rules) |
ट्रेन चयन | जरूरी नहीं | जरूरी |
टिकट वैधता | 3-24 घंटे (distance based) | सिर्फ 3 घंटे |
दूसरी ट्रेन में यात्रा | अनुमति थी | अब अनुमति नहीं |
टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म | काउंटर, UTS ऐप | काउंटर, UTS ऐप |
भीड़ नियंत्रण | कम | ज्यादा |
सुरक्षा | सीमित | ज्यादा |
नए सिस्टम से जुड़े सवाल-जवाब (FAQ)
Q1. क्या अब जनरल टिकट पर किसी भी ट्रेन में यात्रा नहीं कर सकते?
नहीं, अब आपको टिकट बुक करते समय ट्रेन का चयन करना होगा और उसी ट्रेन में यात्रा करनी होगी।
Q2. टिकट की वैधता कितनी होगी?
सिर्फ 3 घंटे। टिकट बुक करने के 3 घंटे के भीतर यात्रा शुरू करनी होगी।
Q3. अगर ट्रेन छूट जाए तो क्या करें?
ऐसी स्थिति में आपको नया टिकट बुक करना होगा।
Q4. क्या ये नियम सभी रेलवे जोन में लागू होंगे?
हां, ये नियम पूरे भारत में लागू होंगे।
Q5. टिकट बुकिंग के लिए कौन-कौन से प्लेटफॉर्म हैं?
रेलवे स्टेशन का टिकट काउंटर और UTS मोबाइल ऐप दोनों पर ये नियम लागू होंगे।
रेलवे का उद्देश्य (Railway’s Objective)
रेलवे का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को सुरक्षित, सुविधाजनक और पारदर्शी यात्रा अनुभव देना है। नए नियमों से भीड़-भाड़ कम होगी, टिकट चेकिंग आसान होगी और यात्रियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी।
यात्रियों के लिए जरूरी अलर्ट (Important Alert)
- यात्रा से पहले समय और ट्रेन की जानकारी जरूर लें।
- टिकट बुकिंग के बाद समय का ध्यान रखें।
- नियमों का पालन करें, ताकि जुर्माने से बच सकें।
Disclaimer:
यह जानकारी रेलवे द्वारा जारी किए गए नए नियमों और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। रेलवे ने जनरल टिकट बुकिंग सिस्टम में बदलाव की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण है। यह नियम 21 मई 2025 से लागू होंगे। अगर रेलवे की ओर से कोई और अपडेट या बदलाव आता है, तो यात्रियों को रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या नजदीकी स्टेशन से जानकारी लेनी चाहिए।
यह योजना पूरी तरह से असली है और भारतीय रेलवे द्वारा लागू की जा रही है, लेकिन यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा से पहले सभी नियमों की पुष्टि कर लें।