School Time Change: अब सुबह नहीं होगी जल्दी जल्दी भागदौड़, स्कूलों का समय बदला, जानिए नया School Time Change आदेश

उत्तर भारत सहित कई राज्यों में बढ़ती भीषण गर्मी के कारण स्कूलों के समय में बड़े पैमाने पर बदलाव किए गए हैं। खासकर कक्षा 1 से 8वीं तक के छात्रों के लिए स्कूल सुबह जल्दी शुरू होकर दोपहर जल्दी बंद किए जा रहे हैं ताकि बच्चे तेज धूप और लू के प्रकोप से बच सकें

यह कदम बच्चों की सेहत और सुरक्षा को ध्यान में रखकर उठाया गया है। कई जिलों में यह आदेश सरकारी और प्राइवेट दोनों तरह के स्कूलों पर लागू है। इस लेख में हम “School Time Change: स्कूलों का समय बदला, नया आदेश जारी” विषय पर विस्तार से चर्चा करेंगे, जिसमें नए समय, कारण, लाभ और सुझाव शामिल हैं।

School Time Change Overview

जिला/राज्यनया स्कूल समयकक्षा स्तरकारणआदेश जारीकर्तालागू होने की तिथिनोट्स
लखनऊ (उत्तर प्रदेश)सुबह 7:30 से दोपहर 12:30कक्षा 1 से 8वींभीषण गर्मीडीएम विशाख जी.25 अप्रैल 2025सरकारी व निजी सभी स्कूलों पर लागू
आगरा (उत्तर प्रदेश)सुबह 7:00 से दोपहर 12:30नर्सरी से 8वींगर्मी से बचावजिला बेसिक शिक्षा अधिकारी22 अप्रैल 2025अगले आदेश तक लागू
अमेठी (उत्तर प्रदेश)सुबह 7:30 से दोपहर 12:30नर्सरी से 8वींगर्मी के कारणडीएम संजय चौहानअप्रैल 2025बच्चों की सुरक्षा हेतु
प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश)सुबह 7:30 से दोपहर 12:30नर्सरी से 8वींगर्मी से बचावडीएम शिव सहाय अवस्थीअप्रैल 2025आउटडोर गतिविधि बंद करने के निर्देश
गोंडा (उत्तर प्रदेश)सुबह 7:30 से दोपहर 12:30कक्षा 1 से 8वींगर्मी से सुरक्षाडीएम नेहा शर्मा25 अप्रैल 2025आदेश का सख्ती से पालन अनिवार्य
फलोदी (राजस्थान)सुबह 7:30 से 11:00 बजेकक्षा 1 से 8वींहीट वेवजिला कलेक्टर एचएल अटलअप्रैल 2025निजी व सरकारी दोनों पर लागू
झुंझुनूं (राजस्थान)सुबह 7:30 से 11:00 बजेकक्षा 1 से 8वींबढ़ती गर्मीजिला कलेक्टर रामावतार मीणा19 अप्रैल से 16 मई 2025कई निजी व सरकारी स्कूल शामिल

स्कूल टाइमिंग चेंज के कारण

  • भीषण गर्मी और हीट वेव: मार्च से मई के बीच तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच जाता है, जिससे बच्चों को डिहाइड्रेशन, चक्कर आना, सिर दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  • बच्चों की सुरक्षा: दोपहर के समय तेज धूप में स्कूल जाना बच्चों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।
  • पढ़ाई में सुधार: सुबह ठंडे मौसम में पढ़ाई करने से बच्चों का ध्यान बेहतर रहता है और थकान कम होती है।
  • सरकारी निर्देश: राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और राज्य शिक्षा विभाग के आदेशों के अनुसार समय में बदलाव किया गया है।

नए स्कूल समय के फायदे

  • बच्चों को गर्मी से बचाव मिलता है।
  • स्कूल का समय कम होने से बच्चों की थकान कम होती है।
  • अभिभावकों को बच्चों को स्कूल भेजने में सुविधा होती है।
  • आउटडोर शारीरिक गतिविधियों को सीमित करने से बच्चों की सेहत सुरक्षित रहती है।
  • बच्चों को दिन के सबसे गर्म समय में घर पर आराम करने का मौका मिलता है।

गर्मी से बचाव के सुझाव

  • बच्चों को पर्याप्त पानी पिलाएं और हाइड्रेटेड रखें।
  • हल्के और सूती कपड़े पहनाएं।
  • धूप में जाने से बचाएं, खासकर दोपहर के समय।
  • स्कूल में छाया या कूलर वाले स्थानों का उपयोग करें।
  • बच्चों को गर्मी में थकान या चक्कर आने पर तुरंत आराम दें।

स्कूल टाइमिंग चेंज के आदेश का प्रभाव

इस बदलाव से बच्चों की सेहत में सुधार की उम्मीद है। प्रशासन ने आदेशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों को निर्देश दिए हैं। यदि कोई स्कूल आदेश का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह कदम बच्चों को तेज गर्मी और लू के प्रभाव से बचाने के लिए आवश्यक माना जा रहा है।

निष्कर्ष

गर्मी के मौसम में स्कूलों के समय में बदलाव बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए एक सकारात्मक कदम है। यह न केवल बच्चों को भीषण गर्मी से बचाता है बल्कि उनकी पढ़ाई में भी सुधार करता है। विभिन्न राज्यों और जिलों में जारी किए गए आदेशों से यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन बच्चों की भलाई को प्राथमिकता दे रहा है। अभिभावकों और स्कूलों को भी इस बदलाव का समर्थन करना चाहिए ताकि बच्चों का स्वास्थ्य सुरक्षित रहे।

Advertisements

Disclaimer: यह जानकारी विभिन्न सरकारी आदेशों और समाचार स्रोतों पर आधारित है। स्कूलों के समय में बदलाव का आदेश वास्तविक है और कई राज्यों में लागू किया गया है। हालांकि, समय-समय पर आदेशों में परिवर्तन हो सकता है, इसलिए नवीनतम जानकारी के लिए संबंधित शिक्षा विभाग या जिला प्रशासन से संपर्क करना उचित होगा।

Leave a Comment

Join Whatsapp